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विधुत परिचय -
विधुत भी एक ऊर्जा का ही एक रूप है ओर यह कार्य करने की क्षमता रखती है। विधुत परमाणुओं में एलैक्ट्रोनॉ के असंतुलन के कारण उत्पन होती है।
विधुत भी एक ऊर्जा का ही एक रूप है ओर यह कार्य करने की क्षमता रखती है। आज के युग में विधुत का अहम् व महत्वपूर्ण योगदान है। बिजली को देखा नहीं जा सकता परंतु इसे मासूस किया जा सकय है और इसके प्रभावों को देखा जा सकता है। आधुनिक काल में विभिन्न प्रकार से इसे प्रयोग किया जा रहा है यहाँ तक कि हम यह भी कह सकते है आज के जीवन काल में विधुत के बिना कुछ भी संभव नहीं ।
कैसे छुडाएं विधुत झटके में चिपके व्यकित को -
यदि कोई मनुष्य विधुत शाक में फस जाये तो तुरंत बिजली का मैनस्विच बंद कर देना चाहिए यदि मेन स्विच तक पहुंचना असंभवन हो तो तुरंत व्यकित को किसी कुचालक माध्यम से अलग करना चाहिए कुचालक माध्यम से अभिप्राय लकड़ी ,कपड़ा,रबड़, इत्यादि से है । विधुत शाक से अलग करने के बाद उक्त व्यकित को प्राथमिक चिकित्सा देनी चाहिए क्योकि यह अत्यन्त आवश्यक है । यदि पीड़ित के शरीर पर घाव हो तो इस प्रकार लिटाये कि घाव न दबे ।यदि साँस लेने में तकलीफ हो तो कृत्रिम साँस देनी चाहिए । झटका लगे मनुष्य को प्रथमिक चिकित्सा के बाद तुरंत ही चिकित्सालय पहुंचाए ।
ओह्म का नियम
विधुत परिचय -
विधुत भी एक ऊर्जा का ही एक रूप है ओर यह कार्य करने की क्षमता रखती है। विधुत परमाणुओं में एलैक्ट्रोनॉ के असंतुलन के कारण उत्पन होती है।
यदि कोई मनुष्य विधुत शाक में फस जाये तो तुरंत बिजली का मैनस्विच बंद कर देना चाहिए यदि मेन स्विच तक पहुंचना असंभवन हो तो तुरंत व्यकित को किसी कुचालक माध्यम से अलग करना चाहिए कुचालक माध्यम से अभिप्राय लकड़ी ,कपड़ा,रबड़, इत्यादि से है । विधुत शाक से अलग करने के बाद उक्त व्यकित को प्राथमिक चिकित्सा देनी चाहिए क्योकि यह अत्यन्त आवश्यक है । यदि पीड़ित के शरीर पर घाव हो तो इस प्रकार लिटाये कि घाव न दबे ।यदि साँस लेने में तकलीफ हो तो कृत्रिम साँस देनी चाहिए । झटका लगे मनुष्य को प्रथमिक चिकित्सा के बाद तुरंत ही चिकित्सालय पहुंचाए ।