मनुष्य जन्म

फेर न मिलेगा बन्दे,
मनुष्य जन्म फेर न मिले ।। टेक ।।
आया सी बन्दया नाम जपण नूँ,
लगी बैठा कूड़े धंदे ।। मनुष्य जन्म
जोश - जवानी विच फिरदा गवाया,
आगे लगेंगे डंडे ।। मनुष्य जन्म
पिछला रस्ता साफ़ न कित्ता,
आगे बिछा लिये कंडे ।। मनुष्य जन्म ।।
भक्त कमाली कबीर जी दी पुत्री,
आगे यमाँ वाले फन्दे ।। मनुष्य जन्म ।।