जय हो दुर्गा मैया, तेरी जय जयकार ।
जय हो नागणी मैया, तेरी जय जयकार ।
लाल चुनरी पहनी है तुमने
शेर की सवारी करती है मैया
करते हैं तेरी जय जय कार
जय हो दुर्गा मैया, तेरी जय जयकार ।
रत्न सिंहासन बैठी है मैया
द्धार पर तेरे आये है मैया
सब का कर दे बेड़ा पार
जय हो दुर्गा मैया, तेरी जय जयकार ।
ऋषियों की जननी तू दुर्गा भवानी
तू ही है तारण वाली तू ही है ज्ञानी
पूजा करता है संसार
जय हो दुर्गा मैया, तेरी जय जयकार ।
पापियों को मारा तूने भक्तों को तारा
भेंट चढ़ावे तुझको ये जग सारा
जपता तुझको ये संसार
जय हो दुर्गा मैया, तेरी जय जयकार ।