तुम्हारी आँखों में

    जाने क्या क्या है भारा हुआ,
भगवान तुम्हारी आँखों में ।। टेक ।।
    दीनो दुनिया दोनों का है,
दीदार तुम्हारी आँखों में ।। 1 ।।
    तुम मार भी सकते हो पल में,
और तार भी सकते हो पल में ।
    अमृत और विष का रहता है,
भण्डार तुम्हारी आँखों में ।। 2 ।।
    एक मूर्ति प्रकृति के रूप की है,
या छवि कृष्ण भगवान की है ।
    संसार की आँखों में तुम हो,
संसार तुम्हारी आँखों में ।। 3 ।।
    भगवान तुम्हारी आँखों में ।